तेरी आँखों में जब देखता हु तो उनके नूर से मेरी आँखें नूरानी हो जाती है
तेरी बाँहों में जब आगोश लेता हु तो मेरे बदन का सारा दर्द रफ्फूचक्कर हो जाता है
तेरा साथ इतना प्यारा है की मुझे जन्नत की सैर करा देता है
खुदा से बस यही एक इल्तज़ा है की जब भी जनम दे तुझे ही मेरे लिए चुने – आमीन